Sahara India Pariwar Latest News : सहारा इंडिया परिवार की Ponzi Scheme के माध्यम से निवेशकों की राशि सहारा की तीन क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी समेत सहारा इंडिया क्यू शॉप में फसी हुई है। जानकारी के अनुसार सहारा का इन्वेस्टर एक बहुत ही मध्यम वर्गीय क्लास से आता है। जानकारी के अनुसार सहारा कंपनी में गरीब, मजदूर, हाथ ठेले वाले, समेत सब्जी वाले लोगों के सबसे ज्यादा पैसे फंसे हुए हैं जो हर दिन कमा कर सहारा में अपने उज्जवल भविष्य के लिए पैसा जमा किया करते थे। वही इन पोंज़ी स्कीम में करीब एक तिहाई मिडिल क्लास का भी पैसा सहारा की स्कीमो के माध्यम से फंसा हुआ है। अब निवेशकों को सहारा देने एक और एनजीओ निवेशकों के साथ आया है।
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- सहारा इंडिया की ताजा न्यूज़ क्या क्या है ?
- Sahara India Pariwar की क्रेडिट सोसाइटी के निवेशकों के मामले को लेकर 2021 में मनीलाइफ फाउंडेशन निवेशकों की याचिका को लेकर सुप्रीम कोर्ट पंहुचा था जहा उसने सहारा समूह की क्रेडिट सोसाइटी से करीब 20 निवेशकों के भुगतान पर निवेशकों के खातिर एक याचिका दायर की थी जिसमे सहारा इंडिया रियल एस्टेट v/s सेबी मामले में माननिय सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह की SIRECL समेत सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया को मनी लाइफ फाउंडेशन द्वारा दाखिल हस्तक्षेप आवेदनों (71960, 71987, 71987) में जबाब दाखिल करने का आदेश दिया है।
- जानकारी के अनुसार 2021 में मनी लाइफ फाउंडेशन के पास में करीब सहारा इंडिया से सताए करीब 20 निवेशक पहुंचे थे जहा उन्होंने बताया था कि हमारे पास में इतना पैसा नहीं है कि हम सुप्रीम कोर्ट जाकर खुद की लड़ाई लड़ सके वही निवेशकों के आधार पर अब मनी लाइफ फाउंडेशन भी निवेशकों की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में लड़ रहा है वही मनी लाइफ फाउंडेशन से हमारे संवाददाता ने बातचीत की जहां पर मनी लाइफ फाउंडेशन की तरफ से यह उत्तर दिया गया है।
मनी लाइफ फाउंडेशन से कुछ सवालो के उत्तर
Q.1 : आप लोग क्यो निवेशको के साथ सुप्रीम कोर्ट क्यो पहुँचे हैं ?
उत्तर : सन 2021 में सहारा इंडिया समूह से सताए कुछ निवेशक हमारे पास पहुंचे थे वही उन्होंने उनकी दुख एवं परेशानी को एनजीओ को बताया था और कहा था कि सहारा इंडिया की क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी में उन लोगों का पैसा फसा है वहीं उन निवेशकों को सहारा सेबी केस मामले में उलझा कर भुगतान नहीं दिया जा रहा था। मनी लाइफ फाउंडेशन ने कई प्रयास किए कि सहारा निवेशकों का भुगतान कर दे परंतु सहारा के करीब 20 निवेशकों के 15 करोड़ में से करीब 39 लाख रुपए ही सहारा ने वापस किए। हमारे फाउंडेशन ने सभी प्रयास किये जब सहारा ने हमारी बात सुनना बंद कर दी तो अब हम मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं।
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Q.2 : आपकी तरफ से कितने वकील इस मामले को देख रहे हैं ?
उत्तर : इस मामले में मनीलाइफ फाउंडेशन के कई उच्चतम वकील कार्य कर रहे हैं। जहां पर सीनियर काउंसिल के रूप में श्याम दीवान, एडवोकेट गोविंद मनोहरण, अंशुला लाहोरिया, जतिन झावेरी (एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड) यह हमारी तरफ से इस मामले को देख रहे हैं।
Q.3 : आप लोग क्या चाहते है ?
उत्तर : सहारा इंडिया के निवेशकों का भुगतान हमारे लिए सर्वप्रथम है वही हम चाहते हैं कि इस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया के पास में सहारा इंडिया का जो फंड है। उसमें से सहारा इंडिया के उन क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के निवेशकों का भुगतान हो।
Q.4 : सहारा इंडिया की क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी से बहुत से निवेशक सताए हुए हैं तो वह क्या आपके साथ जुड़ सकते हैं ?
उत्तर : हमारा एनजीओ सभी निवेशकों के लिए काम कर रहा है। माननीय सुप्रीम कोर्ट से हम लोगों ने दरखास्त की है कि जल्द इस मामले पर संज्ञान लिया जाए वही माननीय सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा वह ना केवल इन 20 निवेशकों पर लागू होगा बल्कि सभी निवेशकों के लिए वह फैसला लागू होगा।
Q.5 : आपके केस में लेटेस्ट अपडेट क्या है ?
उत्तर : सुप्रीम कोर्ट ने अपनी आखिरी सुनवाई 9 जनवरी 2023 को की है वही उस दिन सहारा इंडिया के रियल स्टेट समेत सेबी को माननिय सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि जल्द हमारे तीन आवेदन(71960, 71965, 71987 OF 2021) पर जल्द कार्रवाई की जाए और उत्तर दाखिल कराया जाए। उसी के साथ अब 18, 19 और 24 अप्रैल को अब मामलों पर सुनवाई होनी है। हमें उम्मीद है कि जल्द यह मामला सुलझेगा और सहारा के सभी क्रेडीट सोसाइटी के निवेशकों को न्याय मिलेगा।
अगर आपको इस खबर को लेकर कुछ संका हो तो आप खुद मनीलाइफ द्वारा जारी किया गया एक ब्लॉग पोस्ट देख सकते हैं जिसमें आपको खुद यकीन हो जाएगा कि इस खबर का सच क्या है
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