sahara india policy refund : खबर चिटफंड कंपनी सहारा इंडिया से जुड़ी है। जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले में सहारा इंडिया परिवार के अंतर्गत निवेशकों की भारी रकम सहारा इंडिया परिवार मैं जमा है। रायगढ़ तहसीलदार ने पहले 4 शाखा प्रबंधकों को 18 अक्टूबर तक न्यायालय में प्रस्तुत होकर जवाब देने के लिए आदेश किया था। ऐसा ना करने के पश्चात उन पर कार्यवाही के निर्देश तहसीलदार द्वारा दिए गए थे। तहसीलदार न्यायालय की ओर से पहले भी कई बार सहारा प्रमुख मैनेजरओं को निवेशकों की गाढ़ी कमाई लौटाने के निर्देश दिए गए थे परंतु सहारा प्रबंधन लगातार जिले के निवेशकों को बेहला फुसलाकर समय दे रहा था जिसके बाद अब सहारा इंडिया पर कार्रवाई की गई है।
जानकारी के अनुसार रायगढ़ तहसीलदार न्यायालय ने सभी सहारा प्रबंधन के मैनेजर के खिलाफ समन जारी कर दी है। जानकारी के अनुसार इस संबंध में कबीर चौक, ईतवारी बाजार, महापल्ली, सहित ढिमरापुर चौक स्थित सहारा इंडिया कंपनी के फ्रेंचाइजी दफ्तरों पर शाखा प्रबंधक को सूचना दी गई है एवं कलेक्टर कार्यालय की ओर से 12 अक्टूबर को जारी पत्र के अनुसार सहारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी, सहारा क्यू शॉप, सहारा स्टार, सहारा कमर्शियल इत्यादि में जिले के कार्यकर्ताओं एवं निवेशकों की भारी रकम अटकी है परंतु जमा अवधि पूर्ण होने के बाद भी सहारा इंडिया पैसा लौटाने में बहुत समय ले रही है जिस के संबंध में शाखा प्रबंधक सहित सेक्टर मैनेजर के विरुद्ध छत्तीसगढ़ निवेशकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 7{1} {2} के अंतर्गत कार्रवाई की जाने के आदेश दिए गए हैं।
सहारा प्रबंधन पर लगातार होती कार्रवाई
बीते 29 सितंबर को रायगढ़ में सहारा इंडिया के खिलाफ पहली f.i.r. दर्ज हुई थी जहां पर कोतवाली पुलिस ने सहारा इंडिया के सोसाइटी के डायरेक्टर डीके अवस्थी सहित मैनेजर कुलदीप पांडे एवं जिले के सेक्टर मैनेजर अमृत श्रीवास सहित एके चंद्रा एवं अन्य लोगों के खिलाफ भादवि की धारा 420, 120 बी सहित 456 छत्तीसगढ़ निवेशकों के अधिनियम का संरक्षण के तहत मामला पंजीकृत किया था। बता दें ऐसी स्थिति के बीच पुलिस कार्रवाई एवं गिरफ्तारी से बचने के लिए मैनेजर बिलासपुर हाईकोर्ट पहुंच गए हैं और अपनी जमानत के लिए याचिका डाल दी पर उसपर अभी तक सुनवाई नहीं हुई है।
यह भी पढ़े : दिवाली 2022 के पहले सहारा इंडिया निवेशको के लिए आई बड़ी खबर
चोर की दाढ़ी में तिनका
सहारा इंडिया मानो ऐसा खेल खेल रहा है कि चोर की दाढ़ी में तिनका। एककाएक तो निवेशकों की धनराशि इकट्ठी कर ना लौटाने का जिम्मा उठा रखा है और दूसरी तरफ अपने आप को बचाने के लिए हाईकोर्ट की तरफ दौड़ लगाई जा रही है। सहारा इंडिया लगातार निवेशकों को समय-समय दे रहा है परंतु भुगतान कब मिलेगा यह बताने में सहारा पूर्ण तरीके से असफल रहा है परंतु लोगों को प्रदेश सरकार से यह उम्मीद है कि जल्द से जल्द उनकी धनराशि सहारा से दिलाई जाएगी एवं लोगों का भुगतान जल्द से जल्द हो सकेगा।
No comments:
Post a Comment