Sahara India Supreme Court : सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रत रॉय सहारा अपने नजदीकियों के लिए बोलने हमेशा से खड़े रहते है परंतु उन सहारा निवेशकों का क्या जिनकी भारी धनराशि सहारा इंडिया परिवार ने जमा कर राखी है जिसको अब लौटाया नहीं जा रहा है वही बात अगर देश के हाईकोर्ट की करे तो न्यायपालिका मामला सुलटाने में काफी ज्यादा बक्त लगा रही है, ऐसे में न्याय के लिए लोग तरस रहे है वही 6 सालो से सहारा प्रमुख कैसे न्यायलय से बहार है जबकि 2016 में उनको सुप्रीम कोर्ट से केवल 4 हफ्तों की मोहरत देकर पैरोल दी गई थी।
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भारत में ऐसी राजनीति और कोर्ट कचहरी के मामले को देखकर ऐसा दिखाई दे रहा है की सुब्रत रॉय सहारा देश का कोई आइकॉन बनना चाहते हैं। पहले गिनीज ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था अपने अच्छे कामों के लिए, पर अब शायद कानूनी अपराध मामलों में सहारा कोई अवार्ड लेना चाहते हैं तभी तो लोगों का भुगतान नहीं दिया जा रहा है, इतनी सारी एफआईआर दर्ज होने के बाद भी सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय लोगों के सामने आना नहीं चाहते हैं। बता दें कि सहारा प्रमुख करीब 6 साल से कोर्ट के बाहर है, ना तो कोर्ट ने उनके बारे में पूछा है और ना ही उन्होंने कोर्ट जाने की सोचा है। तो क्या मामला क्या ऐसे ही चलता रहेगा, लोग हमेशा मरते ही रहेंगे और सहारा जैसे लोग लोगों की परेशानी को नजरअंदाज करते रहेंगे।
क्या कर रहा सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया ऐसा कोर्ट माना जाता है जो सबसे ऊपरी तल का कोर्ट है अगर न्याय मिलने में कही भी दिक्कत होती है या तो निचली अदालतों में लोगों को न्याय नहीं मिल पाता है तो वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हैं। सहारा इंडिया परिवार के निवेशक की भारी धनराशि सहारा इंडिया में अटकी हुई है जिसके कारण निवेशक सुप्रीम कोर्ट पहुंचने में असफल है वही इतनी बड़ी पीड़ा में होने के बावजूद सहारा प्रमुख को जेल से बाहर रखना सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया की स्थिति को बयान करता है।
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सुप्रीम कोर्ट पर से लोगो का भरोसा उठता जा रहा है। वही कोर्ट लोगों का भुगतान देने का आदेश नहीं दे रही है अगर बात सहारा इंडिया की जाती है तो सिर्फ सहारा सेबी विवाद बीच में आ जाता है परंतु उन क्रेडिट सोसाइटी के निवेशकों का क्या जिनकी भारी धनराशि सहारा इंडिया क्रेडिट में अटकी हुई है।
- क्या कभी जिंदगी में उन लोगों को सुप्रीम कोर्ट न्याय दिला पाएगा
- क्या भारत की न्याय संस्था इस तरीके से काम करते हुए सहारा प्रमुख को कभी जेल के अंदर फिर से डाल पाएगी
यह कुछ ऐसे लोगों के सवाल है जो काफी सालों से पूछे जा रहे हैं परंतु उत्तर देने वाला अभी तक कोई भी इन लोगों के सवाल का उत्तर नहीं दे सका है।
जानकारी के अनुसार यह एफआईआर ऑल इंडिया संघर्ष मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे निवेशकों ने सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय सहारा समेत रांची जोन के मैनेजर सुनील कुमार सिंह सहित सेफ्टी मैनेजर विजय महतो, जोनल चीफ पीएन सिंह, गणेश भगत, गणेश साहू, दिनेश कुमार, रंजन कुमार सहित सतीश सिंह के ऊपर दर्ज की गई है। जानकारी है कि यह लोग सहारा विंडस की मीटिंग लेकर लोगों को एक बार फिर फसा रहे थे वही सहारा इंडिया का जो निवेशक प्रदर्शन कर रहा है वह मौके पर पहुंचा और उन्होंने मीटिंग को खत्म कराते हुए प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था जिसके बाद में यह एफआईआर दर्ज की गई थी। थाना प्रभारी का भी कहना है कि सहारा की वजह से यदि कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो इसको कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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