सहारा इंडिया भुगतान कब होगा : निवेशकों की धनराशि ना लौटाने के कारण सहारा इंडिया के मैनेजर जेल में बंद है। जानकारी के अनुसार सहारा इंडिया कंपनी के रीजनल मैनेजर को हाईकोर्ट से भी जमानत नहीं मिली है। हाई कोर्ट ने उसकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया है वहीं करीब 15 आरोपी फरार चल रहे। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दो बार लखनऊ एवं अलग-अलग ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है।
सहारा इंडिया का पैसा कैसे मिलेगा : जानकारी के अनुसार खबर मध्यप्रदेश के जावरा क्षेत्र से है। जहां पर 165 से ज्यादा निवेशकों का करीब तीन करोड़ 81 लाख रुपए सहारा इंडिया कंपनी में फंसा हुआ है। जिसकी जमा अवधि भी पूर्ण होने के बाद भी सहारा इंडिया निवेशकों का भुगतान नहीं कर रहा है। जानकारी मिली है कि जावरा, नीमच सहित अन्य जगह पर लगातार प्रदर्शन चल रहा है जिसके कारण पुलिस को भी लगातार एक्शन लेना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार 3 जनवरी 2022 को दिलीप राव समेत 165 लोगों के आवेदन पर सिटी थाना पुलिस ने सहारा कंपनी के प्रमुख सुब्रत रॉय सहारा सहित 10 डायरेक्टर एवं अन्य अफसरों के खिलाफ 420, 406 एवं मध्य प्रदेश निवेशकों को कि अधिनियम के तहत मामला पंजीकृत किया था।
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15 जुलाई को उज्जैन से रीजनल मैनेजर देवेंद्र शर्मा गिरफ्तार हुए थे। शर्मा उज्जैन के रीजनल मैनेजर पद पर कार्यरत थे इसीलिए उनको आरोपी बनाया गया। जानकारी के अनुसार जावरा पुलिस ने पूछताछ पूरी करने के बाद उनको नीमच पुलिस प्रोटेक्शन वारंट पर ले गई थी। तब से ही वह लगातार जेल में बंद है। सहारा इंडिया परिवार से पीड़ित जमाकर्ता और एजेंटों के हित में कार्य कर रहे ऑल इंडिया संघर्ष न्याय मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सोलंकी ने भी बताया है कि आरोपी की तरफ से हाईकोर्ट में जमानत याचिका पेश की गई परंतु हाई कोर्ट ने उनकी अर्जी को ठुकरा दिया है। इस पर एडवोकेट भटनागर ने भी कहा है कि यह गंभीर अपराध है यदि अभी एक आरोपी को छोड़ दिया जाता है तो दूसरे अपराधी इसका लाभ उठा लेंगे और लोगों से लगातार धोखाधड़ी करते रहेंगे।
फरार आरोपी में से एक की मौत
जांच अधिकारी विजय राव ने बताया कि सहारा प्रमुख सहित 16 आरोपियों पर मामला पंजीकृत है जिनमें से आरोपी देवेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर कर जेल में पहुंचाया गया है। बचे हुए सभी लोगों की जांच चल रही है जिसमें से खबर मिली है कि एक आरोपी बीपी श्रीनिवास का निधन हो चुका है वही बचे हुए 14 अधिकारियों के खिलाफ लगातार छानबीन चल रही है। दो-तीन बार वारंट जारी हुए लेकर आरोपी नहीं मिले।
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