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सहारा सेबी केस का 25 हजार करोड़ किसके पास जाएगा, सहारा इंडिया लेटेस्ट न्यूज़ 2022 टुडे

 

न्यूज़ रिपोर्ट,सहारा सेबी केस : करीबन 8 साल से ज्यादा से चले आ रहे सहारा सेबी विवाद के चलते आदेश में विपरीत स्थिति पैदा हो गई है जहां एक तरफ जब कोई निवेशक सहारा इंडिया से अपना भुगतान मांगता है तो सहारा इंडिया उसको सीबीऔर एंबार्गो का नाम देकर चुप कराती है वही उस निवेशक को बताया जाता है कि सीरी में सहारा का 25000 करोड रुपए फसा हुआ है जो कि वापस नहीं मिल रहा है जिसके चक्कर में सहारा इंडिया भुगतान नहीं कर पा रही है वहीं दूसरी तरफ सहारा इंडिया अपने एजेंटों को सेबी के विरुद्ध कार्रवाई कराने के लिए प्रेरित कर रहा है मैं देश में अराजकता की स्थिति पैदा करने की कोशिश सहारा इंडिया के परिवार द्वारा की जा रही है। 

निवेशक बोले एजेंट आज भी कर रहे हैं चमचागिरी 

जब न्यूज़ दुनिया प्राइवेट लिमिटेड की टीम सहारा इंडिया के निवेशकों के पास पहुंची तो सहारा इंडिया के निवेशकों ने बताया कि सहारा इंडिया अपने एजेंटों को इतना बड़ा चमचा बनाए बैठी है कि वह एजेंट सच्चाई का सामना नहीं कर पा रहा है वही सहारा इंडिया उनसे जैसा कहती है वह ऐसा करती है इसके पीछे कई वजह हो सकती है वहीं जब सहारा इंडिया के निवेशको का प्रदर्शन होता है तो वह एक फकीर की तरह लड़ते हैं वहीं जब सहारा इंडिया अपने एजेंटों को सेबी के खिलाफ खड़ा करती है तो सुब्रत रॉय की तरफ से लाखों लाखों की फंडिंग की जाती है वही देश में उधम धमाका मचाने की स्थिति सहारा इंडिया पैदा कर रही है सहारा इंडिया के निवेशक के अनुसार। 

सरकार नहीं हटा सकती सेबी के सामने अपनी टांग 

सहारा सेबी के मुद्दे में सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को सहारा इंडिया से 25000 करोड वसूलने के लिए का आदेश दिया था वही सहारा इंडिया ने खुद अपना कुछ पैसा सहारा सेबी खाते में जमा कराया वहीं सहारा इंडिया बताती है कि उसने 25000 करोड जमा कर दिया है परंतु असल बात तो यह है कि सहारा इंडिया ने आज तक 25 हजार करोड़ दिया ही नहीं है वही सहारा इंडिया केवल और केवल झूठ बोल रही है वहीं जब अगर यह बात सुप्रीम कोर्ट में पकड़ी जाएगी तो सुब्रत रॉय के खिलाफ एक पेनल्टी दर्ज की जा सकती है जिसके तहत सुब्रत रॉय के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी वहीं अगर सहारा इंडिया का निवेशक ऐसे ही लगातार सड़कों पर आकर अपने भुगतान की मांग करता रहेगा तो यह सुनिश्चित है कि बहुत जल्द सुप्रीम कोर्ट को ठेस कदम उठाकर सहारा इंडिया से निवेशकों का भुगतान कराना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी सुप्रीम कोर्ट अपने कंधों पर लेकर निवेशकों को एक बड़ी राहत प्रदान करेगा क्योंकि इस देश में न्यायपालिका से बड़ा कोई नहीं है वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ सरकार भी नहीं जा सकती है और यह बात सभी लॉज़ की बुक में क्लियर तरीके से दर्ज की जा चुकी है परंतु फिर भी सहारा इंडिया अपने आप को इतनी बड़ी संस्था मानता है कि वह सुप्रीम कोर्ट से भी बड़ा बनने की कोशिश कर रहा है। 

डबल इंजन की सरकार पर निवेशकों का तमाचा 

सहारा इंडिया के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे ऑल इंडिया संघर्ष न्याय मोर्चा के बैनर तले पूरे देश में सहारा इंडिया के निवेशकों की आवाज को बुलंद तरीके से रखने का काम किया जा रहा है वही सहारा इंडिया के निवेशकों को उनके भुगतान के प्रति जागरूक करने के लिए काम कर रहे संगठन ऑल इंडिया संघर्ष न्याय मोर्चा के अध्यक्ष श्री अभय देव शुक्ल ,श्री नीरज कुमार शर्मा ,श्री जे पी दुबे ,लीगल एडवाइजर अनिल सिंह एवं अन्य साथी जो कि सहारा इंडिया की भुगतान की समस्या में लगातार निवेशकों का पक्ष रख रहे हैं वही डबल इंजन की सरकार के खिलाफ 5 अगस्त को प्रदर्शन कर सहारा इंडिया समेत सरकार से अपने भुगतान की मांग दर्ज कराएंगे वहीं सरकार को जल्द इन निवेशकों का भुगतान सहारा इंडिया से कराना पड़ेगा क्योंकि इन निवेशकों का ज्यादातर पैसा सोसाइटी में फंसा हुआ है जिसको सहारा इंडिया एंबार्गो का नाम दे रही है वहीं एंबार्गो सहारा इंडिया की सोसाइटी नहीं बल्कि सहारा इंडिया के रियल स्टेट और कॉरपोरेशन पर लगा है। 

सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं पहुंचता सहारा 

सहारा समूह को सेबी के प्रति इतना ही गुस्सा अपने भावों में है तो सहारा इंडिया सेबी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं पहुंच रहा है वही सहारा इंडिया की तरफ से लड़ने वाले कपिल सिब्बल सुप्रीम कोर्ट में याचिका देकर सेबी के खिलाफ अपने पैसे मांगने की याचिका क्यों दायर नहीं करते हैं वही तीन कमरों के फ्लैट के मालिक बताए जाने वाले सुब्रत रॉय सहारा इतनी भी गरीब नहीं हुए हैं कि वह सुप्रीम कोर्ट नहीं पहुंच सकते हैं परंतु असल मुद्दा तो यह है कि सहारा समूह निवेशकों को 15 तक देने की उम्मीद नहीं रखता है वही चोरी केस मायाजाल को बढ़ाने की साजिश के तहत चल रहे सहारा समूह पर बहुत जल्द कुछ और बड़ी विपरीत परिस्थितियां आने वाली हैं जिनका सामना करने में सहारा समूह कई तरीकों से असमर्थ दिखाई देगा वहीं के डायरेक्टर बहुत जल्द जेल की सलाखों के पीछे नमक से रोटी खाते हुए दिखाई देने वाले हैं। 

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