सुप्रीम कोर्ट में चल रहा मामला
>सहारा इंडिया का निवेशक और एजेंट साथी इतना भोला है कि उसको आज तक यह नहीं पता है कि उसको सेबी से पैसा लेना है या फिर सहारा इंडिया से। जानकारी के अनुसार सहारा इंडिया अलग-अलग स्कीमों के माध्यम से निवेशकों से पैसा लेती थी जिसको उसे ब्याज सहित निवेशकों को लौटाना पड़ता था। परंतु सहारा इंडिया के निवेशक को आज तक यह नहीं पता है कि उसको पैसा सेबी से लेना है कि सहारा इंडिया से तो आज की इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि आपको आपके पैसे की मांग कौन से करनी है।
सहारा इंडिया और सेबी के बीच का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है वही सहारा इंडिया लगाता निवेशकों से कह रही है कि आप सेबी से अपना भुगतान लीजिए परंतु सेबी और सुप्रीम कोर्ट सिर्फ सहारा इंडिया की हाउसिंग ,फाइनेंस के ऊपर सुनवाई कर रहा है वही सहारा इंडिया की विभिन्न सोसाइटी के ऊपर रोक दिल्ली हाईकोर्ट की कायम है। इसके साथ ही सहारा इंडिया की विभिन्न स्कीम है जो आज और अभी भी संचालित रूप से शुरू है। वहीं सहारा इंडिया आपका पैसा देने के लिए मना कर रहा है और आपको एक गलत दिशा में मोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। सहारा इंडिया की सोसाइटी को पैसा लेने से मन किया गया है न की देने से।
अब किस से पैसे मांगे सहारा इंडिया का पीड़ित निवेशक
अगर आपकी भी रकम सहारा इंडिया में जमा है तो आपको कैसे मिल सकेगा आपका पैसा वापस यह सवाल कई लोगों ने हमको ईमेल के द्वारा और फेसबुक पोस्ट के द्वारा पूछा है जिस पर हम आपको बताते हैं एक सटीक जवाब। अगर आपने आपका पैसा सहारा इंडिया की क्यू शॉप समेत सोसायटीओं में लगाया है तो आप उसकी कंप्लेंट उनके लाइसेंस देने वाली संस्थाओं पर कर सकते हैं। जैसे कि सहारा इंडिया की सोसाइटीयों के ऊपर अभी सेंट्रल रजिस्टार भी शक्त दिखाई दे रहा है तो सहारा इंडिया के निवेशक ज्यादा से ज्यादा सेंट्रल रजिस्टार के माध्यम से अपनी कार्यवाही को सुनिश्चित कराएं।
हाई कोर्ट के माध्यम से मिल सकता है न्याय
अगर आपका पैसा भी सहारा इंडिया की विभिन्न स्कीमों के माध्यम से फंसा हुआ है और आपको भी आपके पैसे की सख्त आवश्यकता पड़ रही है तो इसके लिए आप कानूनी कार्रवाई का भी रुख अपनाएं जहां एक तरफ आप लोग हाई कोर्ट के माध्यम से अपनी याचिका दाखिल कराएं जिसके बाद आपको न्याय मिलने की प्रक्रिया में आगे बढ़ना है और अपना भुगतान सहारा इंडिया जैसी लुटेरी कंपनी से वापस लेना है।
क्या माधवी पूरी बुच के अंतर्गत सुलझेगा मामला
SEBI यानी कि सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया की कमान इस समय श्रीमती माधाबी पुरी जी के हाथों में है वही पल्स के ऊपर कठोर कार्रवाई और निवेशकों को एक राहत भरी खबर देने के लिए माधवी जी ने सख्त कदम उठाए थे वही सहारा इंडिया के ऊपर भी वह जल्द से जल्द कोई सख्त कदम उठा सकती हैं जिसके माध्यम से सहारा इंडिया के निवेशकों की परेशानी हल हो सकती है।
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