सहारा इंडिया लेटेस्ट न्यूज़ 2022 टुडे : सहारा इंडिया चिटफंड कंपनी से सताए निवेशकों ने आज देश की उच्चतम न्यायपालिका सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिखकर सहारा इंडिया की चोरी बयान की। सहारा इंडिया अपने निवेशकों को पैसा नहीं लोटा रही है जिसके कारण गुस्सा में चल रहे निवेशकों ने आज देश के न्यायलय से बीनर्म निवेदन कर अपने भुगतान की मांग दर्शाई है। सहारा इंडिया के निवेशकों का सहारा इंडिया पर यह आरोप है की सहारा इंडिया पर लिक्विड मनी की बयबस्था होते हुए भी सहारा इंडिया भुगतान नहीं कर रही है वही निवेशकों ने अपने पत्र में यह भी बयान किया है की सहारा इंडिया में उन गरीब निवेशकों की मेहनत और खून पसीने की कमाई भी अटकी हुई है जिसको सहारा इंडिया अब अपना पैसा मान चुकी है तभी तो आज तक उसको लौटने का नाम नहीं ले रही है।
क्या निवेशकों को पैसा देना चाहता है सहारा ग्रुप
मौजूदा स्थिति को देखते हुए अभी यह बिलकुल भी नहीं लग रहा है की सहारा इंडिया आने वाले समय में निवेशकों का भुगतान करना चाहती निवेशकों को अभी के समय में जो पैसा मिल पा रहा है वह केवल सहारा इंडिया के खिलाफ क़ानूनी कार्यबाही करके ही संभव हो रहा है वरना सहारा इंडिया तो अब निवेशकों के पैसे को खुद की कमाई समझकर बैठा है और बापस करने का नाम नहीं ले रहा है।
60 प्रतिशत कार्यकर्ता ने छोड़ा सहारा समूह में काम करना
सहारा इंडिया की चीटिंग और फ्रॉड को इस देश का बच्चा बच्चा जान चूका है तभी तो आज कोई भी सहारा इंडिया में काम करने को राजी नहीं है क्योकि न तो सहारा इंडिया उन कार्यकर्ताओ को भुगतान समय से दे रही है वही आज तक यह तक नहीं बता पाई है की आने वाले कितने समय में सहारा इंडिया कितनी देर से भुगतान देगी वही कंपनी का ऊपरी प्रबंधन भी इस समय सहारा इंडिया के चैयरमेन सुब्रत रॉय सहारा को क़ानूनी कार्यबाही से बचता हुए सिद्ध हो रहा है है वही बढ़ती क़ानूनी कार्यबाही और लगातार दर्ज होती FIR (first investigation report) के बजह से आज कोई भी सहारा इंडिया में काम करने राजी नहीं है।
कंपनी की मार्किट वैल्यू
सहारा इंडिया का निवेशकों को भुगतान न देना इतना महंगा पड़ा की अब तक सहारा इंडिया की सभी आधारित कंपनी की ब्रांड वैल्यू और मार्किट वैल्यू इधर उधर हो चुकी है वही आने वाले समय में यह और गिर सकती है वही निवेशकों की तरफ से की जाने वाली क़ानूनी कार्यबाही भी आने वाले समय में दो गुना ज्यादा होने वाली है क्योकि सहारा इंडिया का निवेशक अब यह जान चूका है की भुगतान अब क़ानूनी तरीके और क़ानूनी दाओ पेज लगाने से ही मिलना संभब है।
कंपनी फ़ैल होने का असल कारण
सहारा इंडिया का फ़ैल होना और कंपनी की गिरती मार्किट वैल्यू के पीछे राज है सहारा इंडिया के चैयरमेन सुब्रत रॉय का निवेशकों के सामने न आना जिसकी बजह से आज सहारा इंडिया को यह दिन देखने पड़ रहे है वही अगर सुब्रत रॉय अपने निवेशकों के आगे आकर उनसे बातचीत करते है तो सहारा इंडिया के ऊपर आई इन बिपरीत परिस्थिति बदल सकती है वही अगर कंपनी निवेशकों को अगर भुगतान देने का समय भी बता देती है तो सहारा इंडिया के ऊपर ही क़ानूनी कार्यबाही का ग्राफ कम हो सकता है परंतु' जब कंपनी के चैयरमेन ही सामने नहीं आ रहे है तो इन कार्यबाही का ग्राफ बढ़ना तो संभव है ही।
पटना हाई कोर्ट के आगे हाल सुप्रीम कोर्ट पंहुचा
सहारा इंडिया के चैयरमेन पर पटना हाई कोर्ट ने जैसे ही अपना चाबुक और सिकंजा कसा वैसे ही सहारा इंडिया सुप्रीम कोर्ट के चरणों में पहुंच गया परन्तु आज तक के हितयास में करीब 8 साल गुजर चुके है परंतु अभी तक सेबी के खिलाफ सहारा इंडिया ने आज तक एक भी याचिका सुप्रीम कोर्ट में नहीं लगाई जिसके पीछे का कारण है की सहारा इंडिया यह खुद जानती है की कागज पलटी कराकर उसने खुद गलती की है वही अगर वह सेबी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कोई कागज रखती है तो कंपनी का दोबारा फसना संभब है। वही हालत भी उल्टा चोर कोतवाल को डाटे वाली हालत उत्पन्न हो सकती है।
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