न्यूज़ रिपोर्ट,लखनऊ : सहारा इंडिया में फंसे निवेशकों की गाढ़ी कमाई को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस का एक बड़ा एक्शन सामने आया है। जानकारी के मुताबिक लखनऊ से चार डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया गया है वही सहारा इंडिया के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई देखी गई है ।
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में इस समय भूपेश बघेल सरकार चिटफंड मामले को लेकर कड़ी कार्रवाई करने में लगी हुई है जहां पर पुलिस को लगातार सहारा इंडिया में फंसे निवेशकों के पैसे दिलवाने हेतु निर्देश दिए जा रहे थे वहीं पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा के मार्गदर्शन में प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव संतोष सिंह एवं उनकी टीम द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा एवं नगर पुलिस अधीक्षक गौरव राय के निर्देशन में थाना प्रभारी कोतवाली अलेक्जेंडर कीरो के नेतृत्व में प्रकरण की छानबीन की गई जहां पर सहारा इंडिया के बैंकों में जमा रकम की जानकारी एवं आरोपी डायरेक्टरों के संबंध में जानकारी साइबर सेल के सहयोग से एकत्रित की गई वही सहारा इंडिया के खिलाफ एक कार्यवाही सुनिश्चित कर चार लोगों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया है।
यह चार डायरेक्टर हुए गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक जब छत्तीसगढ़ पुलिस ने सहारा इंडिया के खातों एवं बैंकों में जमा रकम की जानकारी एवं आरोपी डायरेक्टरों की जानकारी लेते हुए साइबर सेल से संपर्क किया तो उनको उत्तर प्रदेश पुलिस अधीक्षक नासिर जी के नेतृत्व में थाना कोतवाली पुलिस एवं साइबर सेल की टीम लखनऊ उत्तर प्रदेश जाकर सहारा इंडिया की सहयोगी कंपनी सहारन यूनिवर्सल मल्टीपरपज सोसायटी लिमिटेड के दो आरोपी गिरफ्तार किए गए। जिनमें से एक अधिकारी का नाम है मोहम्मद खालिद उम्र 62 साल निवासी लखनऊ वही दूसरा शैलेश मोहन सहाय उम्र 62 साल निवासी लखनऊ एवं सहारा क्यू शॉप यूनिक प्रोडक्ट्स लिमिटेड के एक आरोपी डायरेक्टर को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही प्रदीप कुमार उम्र 58 वर्ष निवासी लखनऊ तथा सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव लिमिटेड के आरोपी डायरेक्टर लालजी वर्मा उम्र 66 वर्ष निवासी अलीगढ़ उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर
राजनांदगांव लाया गया है जहां पर सभी अपराधियों को माननीय न्यायालय के सामने पेश किया गया जहां पर राजनांदगांव जिले के निवेशकों को 15 करोड़ की राशि वापस करने के संबंध में कंपनी द्वारा शपथ पत्र दिया गया है।
मध्य प्रदेश में कब शुरू होगी ऐसी कार्यबाही
सहारा इंडिया की सहयोगी कंपनी में मध्य प्रदेश के भी काफी लोगो का पैसा फसा हुआ है जहा पर अभी तक सरकार द्वारा कोई भी शकित कदम नहीं उठाये गए है न ही निवेशकों को सरकार द्वारा कोई मदद अभी तक दी गई है। मध्यप्रदेश सरकार को भी जल्द ऐसी ही कार्यबाही सुनिचित कर सहारा इंडिया में फसे निवेशकों की गाडी कमाई और मेहनत के पैसे को जल्द बापस दिलाने की कार्यबाही शुरू करनी चाहिए।
सहारा इंडिया का इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बचाने में लगा
सहारा इंडिया की सहयोगी कंपनी के खिलाफ जारी छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्यबाही रोकने के लिए सहारा इंडिया का इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जमकर इन अपराधी डायरेक्टर को बचाने की कोशिश में लगा दिखाई पड़ा जहा एक तरफ सहारा इंडिया के चैयरमेन सुब्रत रॉय ने यह अपने पत्र में लिखकर साफ़ कर दिया है की सहारा इंडिया को क्रेडिट सोसाइटी से कोई भी बास्ता नहीं है इसके बाबजूद भी सहारा समूह का पूरा मीडिया इन डायरेक्टर को बचाने में क्यों लगा है।
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