News With Neeraj Sharma
सहारा इंडिया कंपनी डुबने के कगार पर है।
1. अप्रैल 2018 से सहारा इंडिया ने जमाकर्ताओं के पूर्ण हो चुके खातों का भुगतान बन्द कर दिया है। सहारा के एजेन्ट को कहा जा रहा है कि नया खाता लाओ और उसके कलेक्शन से पूर्ण हो चुके खातों का भुगतान कराओ।
2. आपके एजेन्ट धोखे से आपको नया खाता खोल रहे हैं ताकि अपने पुराने खातों का भुगतान करा सकें
3. आपके खुन-पसीने की कमाई सहारा इंडिया में वर्तमान में आपके धोखेबाज एजेन्ट फंसा रहे हैं। अपने ग्राहकों को भुगतान एवं ऑफिस मेंटेनेंस के लालच में।
4. सहारा इंडिया कंपनी पूर्व में आपके द्वारा जमा किये गए धन को अपने अलग व्यवसाय एवं विदेशों में निवेश करा दिया है और सुप्रिम कोर्ट में कंगाली का रोना रो रही है।
5. सहारा इंडिया कोर्ट द्वारा अपनी कंपनी को दिवालिया घोषित कराकर जमाकर्ताओं के धन हड़पने की शाजिस रच रही हैं। इसकी पुष्टी NCLAT की Company Apeal (AT) (Insolvancy) No. 94/2018 की 14.08.2019 के आदेश का अवलोकन गुगल पर किया जा सकता है या अपने एजेंट के द्वारा आदेश को कॉपी मांग कर देख सकते हैं।
6. सुप्रीम कोर्ट के सहारा-सेबी केश संख्या 9813/2011 के अवलोकन से यह स्पष्ट है कि केवल सहारा ग्रुप के दो कंपनी (1) सहारा रियल इस्टेट कार्पोरेशन लि0 एवं (2) सहारा हाउसिंग इंभेस्टमेंट कॉरपोरेशन लि0 परही एम्बार्गो है।
7. इसके अलावा वर्तमान में चल रहे सहारा के किसी भी सोसायटी के किसी भी स्कीम पर कोई एम्बार्गों नहीं लगा है।
8. चूकि सहारा इंडिया NCLAT को पैसा जमा करने के लिए Postdated cheque देती है तो क्यों नहीं जमाकर्तागण भी ब्रांच मैंनेजर से 2-3 महीने का भुगतान देने के लिए समय देने पर ब्रांच मैंनेजर से दबाव बनाकर Postdated cheque प्राप्त करते हैं।
9. Q.Shop Scheme के भुगतान पर सुप्रीम कोर्ट का कोई रोक नहीं है
10. सहारा इंडिया के घोषणा के अनुसार इनके पास देनदारी से तीन गुणी अधिक सम्पत्ति है तो एक हिस्सा बेच कर जमाकर्ता का भुगतान क्यों नहीं करती है। बन्द करो, बंद करो, सहारा इंडिया में जमा करना बंद करो।'
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